सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

विद्यालयों की साफ सफाई हेतु सफाई कर्मचारियों के लिए महानिदेशक स्कूली शिक्षा का संदेश

आप अवगत हैं कि प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई की व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु प्रत्येक राजस्व ग्राम स्तर पर सफाई कर्मी की तैनाती की गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में खुले में शौच तथा समुचित साफ-सफाई न होने के कारण पोलियो, कालरा, टाइफाइड, डायरिया, हिपैटाईटिस, ट्राइकोगा, फाइलेरिया, मलेरिया एवं डेंगू जैसी गम्भीर जल-जनित बीमारियां पैदा होती हैं, जिनकी रोकथाम के लिए ग्रामीण पर्यावरण का स्वच्छ होना अति आवश्यक है। उत्तर प्रदेश पंचायत राज अधिनियम, 1947 की धारा 15 ( 23 ) में ग्राम पंचायतों को ग्रामीण स्वच्छता की प्रोन्नति तथा महामारियों के विरूद्ध रोकथाम के महत्वपूर्ण दायित्व सौंपे गये हैं और इन दायित्वों के निर्वहन में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु आपकी तैनाती ग्राम पंचायत के अधीन की गई है। ग्राम पंचायतों में तैनाती के साथ आपके निम्नलिखित महत्वपूर्ण कर्तव्य भी शासन द्वारा निर्धारित किए गये हैं:

1. गर्मियों में प्रातः 7.00 बजे से अपरान्ह 2.00 बजे तक तथा सर्दियों में प्रातः 8.00 बजे से अपरान्ह 3.00 बजे तक तैनाती के ग्राम में उपस्थित रहकर सफाई कार्य पूर्ण करना। 2. प्राथमिक / उच्च प्राथमिक विद्यालयों के परिसर के बाहर के साथ-साथ भीतरी

परिसर की भी सफाई करना।

3. उक्त के साथ ग्राम में सार्वजनिक मार्गों / गलियों, नालियों, पंचायत भवन एवं अन्य

सार्वजनिक स्थलों की सफाई। आप स्वयं अनुभव कर रहे होगें कि ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात सफाईकर्मियों के प्रति जनमानस में यह धारणा व्याप्त हो गयी है कि सफाईकर्मी या तो नियमित रूप से ग्रामों में उपस्थित नहीं होते हैं या उपस्थित होकर सफाई का कार्य नही करते हैं। आप सहमत होगें कि इस प्रकार की स्थिति उचित नहीं है तथा इसमें व्यापक रूप से सुधारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर जनमानस में सफाईकर्मियों के प्रति विश्वास पैदा किया जा सकता है।

इस हेतु आपको निम्नानुसार कार्य सम्पादित करते हुए अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के निर्वहन की नितान्त आवश्यकता है :

1. प्रतिदिन (सार्वजनिक अवकाश छोड़कर) निश्चित समय पर पंचायत भवन / ग्राम पंचायत कार्यालय में उपस्थित होकर उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर करें तथा उसके उपरान्त सफाई कार्य सम्पन्न करें।

2. ग्राम में प्रतिदिन प्राथमिक एवं अपर प्राथमिक विद्यालयों की सफाई की जाए। विद्यालयों की सफाई के समय बाहरी एवं भीतरी परिसर तथा स्कूल शौचालय की सफाई सुनिश्चित की जाय।

3. ग्राम की विभिन्न गलियों / मजरों की सफाई एक दिन में सम्भव नहीं है अतः जिला पंचायत राज अधिकारी / सहायक विकास अधिकारी (पं०) द्वारा तैयार किये गये रोस्टर के अनुसार निर्धारित दिवस पर ग्राम की प्रत्येक गली / मजरे की सफाई सुनिश्चित की जाय। इस रोस्टर की प्रति ग्रामीण जनता की जानकारी हेतु पंचायत भवन / ग्राम पंचायत कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर व महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों पर भी चस्पा की जाय जिसमें जिला पंचायत राज अधिकारी सहायक विकास अधिकारी (पंचायत), पंचायत सचिव एवं संबंधित सफाई कर्मी का मोबाइल नम्बर अंकित होना आवश्यक होगा ताकि सफाई कर्मी के अनुपस्थित रहने पर ग्रामीणों द्वारा उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा सके।

4. ग्राम में साफ-सफाई बनी रहे इसलिए खुले में शौच जाने वालों को शौचालय के प्रयोग हेतु प्रेरित करने के साथ-साथ कूड़ा करकट के उचित निस्तारण एवं बेकार पानी की निकासी हेतु भी समुदाय को सहयोग हेतु प्रेरित करें।

5. ग्राम प्रधान के सहयोग से ग्रामीणों में सामुदायिक सहभागिता के साथ सफाई कार्य हेतु श्रमदान भी कराया जाय।

मुझे विश्वास है कि आप अपने इस महत्वपूर्ण दायित्व को समझेंगे तथा अपने ग्राम में सफाई की सुदृढ व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। इस कार्य के प्रभावी पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण के लिए जनपद में वाररूम स्थापित किये जा रहे हैं, जो स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अभियान के अन्तर्गत ग्रामों में सफाईकर्मियों की उपस्थिति एवं साफ-सफाई के कार्य पर भी दृष्टि रखेंगे। इसके अतिरिक्त पंचायत पदाधिकारियों एवं ग्राम में उपलब्ध अन्य हितधारकों से भी साफ-सफाई की स्थिति की निरन्तर जानकारी ली जायेगी। प्रत्येक माह निश्चित दिवस पर विकास खण्ड स्तर पर सफाई कर्मियों की बैठक कर ग्राम पंचायतवार सफाई की प्रगति की समीक्षा की जायेगी तथा उनकी समस्याओं को भी सुना जायेगा। यदि इसके उपरान्त भी किसी भी ग्राम पंचायत में सफाई कर्मी की अनुपस्थिति पायी जाती है या सफाई कार्य में उदासीनता पायी जाती है तो निश्चित रूप से कड़ी दण्डात्मक कार्यवाही भी की जायेगी।

मैनें आपके सेवा सम्बन्धी मामलों के त्वरित निस्तारण के निर्देश जिला पंचायतराज अधिकारियों को दे दिये हैं। निदेशालय स्तर से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जनपदों में सफाई कर्मियों के सभी सेवा सम्बन्धी मामलों का निस्तारण समयबद्ध रूप से हो परन्तु इसके उपरान्त भी किसी जनपद में समस्या है तो उसे मेरे संज्ञान में लाया जाए। मैं जनपदों के भ्रमण के समय स्वयं भी इस कार्य की गहनता से समीक्षा करूंगा।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पर्यावरण से संबंधित प्रमुख दिवस,Major day related to environment

पर्यावरण से संबंधित दिवस 1-राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस -5 जून  2-राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस -14 दिसंबर  3-राष्ट्रीय आद्र भूमि दिवस  -2 फरवरी  4-मानवाधिकार दिवस -10 दिसंबर 5- राष्ट्रीय विज्ञान दिवस -28 फरवरी  6-विश्व मृदा दिवस- 5 दिसंबर 7- विश्व वन्यजीव दिवस -3 मार्च  8-विश्व घरेलू गौरैया दिवस- 20 मार्च  9- विश्व जेब ईंधन दिवस -10 अगस्त 10- विश्व हाथी दिवस- 12 अगस्त  11-राष्ट्रीय प्रदूषण रोकथाम दिवस -2 दिसंबर 12- विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस- 26 नवंबर  13-विश्व वानिकी दिवस -  21 मार्च  14-विश्व जल संरक्षण- 22 मार्च  15- विश्व ओजोन दिवस -16 सितंबर  16-विश्व मौसम और विज्ञान दिवस -23 मार्च  17-विश्व स्वास्थ्य दिवस -7अप्रैल 18-अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस- 21 सितंबर 19- विश्व गैंडा दिवस - 22 सितंबर  20-विश्व्व शाकाहार दिवस- 1 अक्टूबर   21-  विश्व प्राकृतिक आवास दिवस- 3 अक्टूबर   22- विश्व स्वास्थ्य दिवस -7 अप्रैल  23-जल संसाधन दिवस -10 अप्रैल  24-पृथ्वी दिवस -22 अप्रैल  25-वन्य जीव सप्ताह- 2 से 8 अक्टूबर  26नेशनलडॉल्फिन डे  ( बिहार  )- 5 अक्टूबर  27- विश्व पर्यावास दिवस -अक्टूबर माह का प्रथ

भारत के राज्य ,उनकी राजधानी ,राज्यपाल ,मुख्यमंत्री और भारत का नवीनतम केंद्रीय मंत्रिमंडल

कम्प्यूटर : उपयोगिता एवं अनुप्रयोग, importance of computer in our life

कम्प्यूटर : उपयोगिता एवं अनुप्रयोग समाज में कम्प्यूटर (Computers in Society ) कम्प्यूटर आधुनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग बन गया है। देश के राष्ट्रपति से लेकर एक लिपिक या आम आदमी तक कम्प्यूटर के प्रभाव से अछूता नहीं है। यदि देश की सरकार जनगणना के कार्य को कम्प्यूटर के बिना नहीं कर सकती है तो भारतीय रेलवे अपनी आरक्षण प्रणाली को इसके बिना इतने प्रभावशाली रूप से नहीं चला सकती। विश्वविद्यालय एवं शिक्षण संस्थान कम्प्यूटर की सहायता से हजारों अंकतालिकाएँ बहुत कम समय में ही तैयार कर लेते हैं। कई संगठन अपने कार्यालयों की प्रणाली का संचालन कंप्यूटर के द्वारा ही कर रहे हैं। बैंकों में किये जाने वाले लेन-देन को कंप्यूटर ही आज सुचारु रूप से कर रहा है। आज की प्रभावशाली टेलीफोन व्यवस्था सम्पूर्ण रूप से कम्प्यूटरीकृत हो गई है। हम घर में बैठकर टी. वी. (TV) के जो कार्यक्रम देखते हैं, वे सभी आज कम्प्यूटर द्वारा ही संपादित किये जाते हैं और उन्हें हम तक पहुँचाने में भी कम्प्यूटर अपनी भूमिका उपग्रह के साथ मिलकर निभाता है। भारतवर्ष एक विकासशील देश है और इसकी एक प्रमुख समस्या बेरोजगारी है। इसे दूर क