1. प्रतिदिन सुबह 6:00 बजे समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों और जनपदीय समन्वयकों को अपने कार्यालय में बुला कर प्रेरणा निरीक्षण ऐप के माध्यम से अधिक से अधिक स्कूलों का निरीक्षण कराया जाय । यह निरीक्षण दूरस्थ ब्लॉक तथा दूरस्थ विद्यालयों को सभी अधिकारियों में आवंटन कर करवाएं। एक-एक अधिकारी को 2-2 स्कूल आवंटन करें एवमं सभी को एक ही ब्लॉक में भेजें तथा उस ब्लॉक में अधिक से अधिक स्कूलों का निरीक्षण कराना सुनिश्चित करें। अधिकारियों को स्कूलों का नाम तथा यू-डायस कोड आवंटित करें और समय से स्कूल खुल रहा है अथवा नहीं इसकी जाँच की जाय। जो शिक्षक उपस्थित नहीं हैं, उनके विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्रवाई करें।
2. विभाग के Toll Free नंबर 1800-1800-666 का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करें ताकि विद्यालय से सम्बंधित सभी समस्यायें राज्य स्तर पर तक पहुँच पाए एवं समस्यायें रिकॉर्ड की जा सकें। प्रत्येक स्कूल पर Toll Free नंबर 1800-1800-666 चस्पा भी किया जाएं ताकि यथा आवश्यकतानुसार यदि कोई अभिभावक शिकायत करना चाहता है तो शिकायतें प्राप्त की जा सकें। यह नंबर प्रातः 6:30 से शाम 5.30 बजे तक संचालित रहता है।
3. SRGs, ARPs तथा DIET Mentors की बैठक आयोजित की जाए और उनके माध्यम से ऐसे अध्यापकों के नाम ज्ञात किए जायें जो निरन्तर 03 दिन अथवा अधिक दिनों से विद्यालय में बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाये गये हैं। ऐसे शिक्षकों के विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
4. इन निरीक्षणों में इस तथ्य पर विशेष ध्यान देना है कि क्या शिक्षकों द्वारा गत वर्ष 2021-22 में DBT के माध्यम से प्राप्त धनराशि से अभिभावकों को प्रेरित कर स्कूल यूनीफार्म, जूता-मोजा, स्कूल बैग तथा स्वैटर का क्रय कराया गया है अथवा नहीं। बच्चे स्कूल यूनीफार्म पहनकर विद्यालय आते हैं अथवा नहीं?
5. माह जुलाई 2022 के अंत तक DBT की धनराशि अभिभावक के खाते में प्रेषित किया जाना निर्धारित है। इस सम्बन्ध में स्कूल यूनीफार्म, जूता-मोजा, स्कूल बैग तथा स्वैटर का शत-प्रतिशत कय करने के लिए अभिभावकों को प्रेरित किया जाय तथा सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाकर निरन्तर अनुश्रवण किया जाय।
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