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"निपुण भारत मिशन" के अन्तर्गत चार दिवसीय शिक्षक-प्रशिक्षण के सम्बन्ध में

जनपद स्तरीय संदर्भदाताओं का प्रशिक्षणः

जनपद स्तरीय संदर्भदाताओं का प्रशिक्षण राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) प्रयागराज में संलग्न समय सारिणी के अनुसार आयोजित किया जायेगा। प्रत्येक जनपद से 04 संदर्भदाताओं (03 एस०आर०जी० एवं 01 डायट मेन्टर) द्वारा उक्त राज्य स्तरीय प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया जायेगा। किसी जनपद में एस०आर०जी० की संख्या 03 से कम होने की दशा में डायट मेन्टर को संदर्भदाता के रूप में नामित किया जाये।

राज्य स्तर पर आयोजित संदर्भदाता प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को संलग्न समय सारिणी के एक दिन पूर्व सीमैट, प्रयागराज पहुंचना अनिवार्य है। संदर्भदाताओं के रहने-खाने एवं वित्तीय नियमानुसार यात्रा - भत्ता का भुगतान सीमैट, प्रयागराज द्वारा सुनिश्चित किया जायेगा।

राज्य स्तरीय प्रशिक्षण सीमैट, प्रयागराज में प्रातः 9:30 से सायं 6:00 बजे तक संचालित किया जायेगा। अतः प्रतिभागी अपने आने-जाने सम्बंधी आवश्यक प्रबंध इसी अनुसार करें।
शिक्षक प्रशिक्षण:

• संलग्न समय-सारिणी के अनुसार समस्त प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षामित्रों (कम्पोजिट के साथ संचालित प्राथमिक विद्यालय सहित) का चार दिवसीय प्रशिक्षण प्रत्येक बी०आर०सी०/ यू०आर०सी० पर अलग-अलग हॉल में एक साथ दो बैचों में संचालित किया जाये तथा एक बैच में अधिकतम 50 शिक्षकों की प्रतिभागिता सुनिश्चित की जाये।

बी०आर०सी० / यू०आर०सी० पर प्रत्येक दिन सत्रों का संचालन सुबह 9:30 बजे से सायं 05:00 बजे तक

किया जाये। चाय / भोजनावकाश के लिये 50 मिनट (भोजन के लिये 30 मिनट एवं दो बार चाय के लिये

10-10 मिनट) निर्धारित किया जाये।

• प्रभावी शिक्षक प्रशिक्षण के संचालन हेतु सत्रों की तैयारी के लिये संदर्भदाता प्रशिक्षण में उपलब्ध करायी गयी सामग्री / प्रजेन्टेशन / वीडियो इत्यादि को आधार बनाकर विधिवत तैयारी जैसे-सत्रों की मिनट-टू-मिनट तैयारी, प्रजेन्टेशन / वीडियो पर समझ / अभ्यास, सों का संदर्भदाताओं के मध्य विभाजन, संदर्भ सामग्री का संकलन / अध्ययन इत्यादि सुनिश्चित कर सत्रों का प्रभावी संचालन किया जाये।

शिक्षक प्रशिक्षण के सुचारू एवं प्रभावी संचालन हेतु ब्लॉक संसाधन केन्द्र पर समुचित भौतिक संसाधनों की उपलब्धता एवं क्रियाशीलता जैसे- हवादार प्रशिक्षण कक्ष, प्रशिक्षण कक्ष / शौचालय की साफ-सफाई, प्रतिभागियों के बैठने के लिये समुचित व्यवस्था बिजली / जनरेटर स्क्रीन के साथ प्रोजेक्टर, कम्प्यूटर / लैपटॉप, साउण्ड सिस्टम, प्रतिभागियों के लिये गुणवत्तापरक भोजन / चाय तथा शुद्ध पेयजल इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित करना अनिवार्य है। शिक्षकों की शतप्रतिशत प्रतिभागिता सुनिश्चित करने के लिये तिथिवार / बैचवार सूची बनाकर समस्त

शिक्षकों को फोन / मेसेज के माध्यम से निरन्तर फॉलोअप किया जाये ताकि प्रशिक्षण में सभी शिक्षक

निर्धारित तिथि / समय पर अपनी प्रतिभागिता सुनिश्चित कर सकें। यदि प्रशिक्षण में शिक्षक अनुपस्थित

मिलते हैं तो संबंधित खण्ड शिक्षा अधिकारी उत्तरदायी होंगे। • फाउण्डेशनल लिटरेसी एवं न्यूमरेसी (एफ.एल.एन.) के क्षेत्र में कार्य करने वाली स्वयं सेवी संस्थाओं को भी जनपद / विकास खण्ड स्तरीय प्रशिक्षण में आंमत्रित किया जाये, जिससे कि उनके अनुभव एवं विशेषज्ञता का लाभ प्राप्त हो सके।

शिक्षक प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक बैच में प्रतिदिन प्रातः 9:55 बजे से 10:00 बजे तक एवं सायं 4:55 बजे से 5:00 बजे तक संचालित प्रशिक्षण का वीडियो बनाकर यू-ट्यूब पर अपलोड किया जाये तथा उसका लिंक जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) के माध्यम से सीमेट, प्रयागराज को प्रेषित किया जाये। वीडियो बनाने के प्रारम्भ में बी०आर०सी० का नाम एवं जनपद का नाम भी रिकॉर्ड किया जाये।

• प्रत्येक बैच में एक ऐसे प्रधानाध्यपक / शिक्षक की पहचान की जाये, जिन्होंने अपने विद्यालय में सक्रिय पुस्तकालय, बच्चों की अधिगम दक्षता, कक्षा- शिक्षण, ऑपरेशन कायाकल्प, एस०एम०सी०/ समुदाय से सहयोग, सी०एस०आर० फण्ड प्रार्थना सभा, प्रिन्टरिच / टी०एल०एम० इत्यादि क्षेत्रों में आमूलचूल परिवर्तन / नवाचार किया हो। प्रशिक्षण में उक्त प्रधानाध्यापक / शिक्षकों को 15 मिनट का समय दिया जाये ताकि वे सफलता की कहानी सभी शिक्षकों के साथ साझा कर सकें जिससे कि शिक्षक प्रेरित एवं प्रोत्साहित हो सकें। प्रशिक्षण में ऐसे शिक्षकों को सम्मानित भी किया जाये। ऐसे प्रधानाध्यपक / शिक्षकों की सूची पूर्व में बनाकर संबंधित को सूचित कर दिया जाये जिससे कि वे पूर्व तैयारी के साथ अपने अनुभव साझा कर सकें।
शिक्षक प्रशिक्षण का राज्य स्तर से ऑनलाईन अनुश्रवणः

बी0आर0सी0 पर आयोजित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का अनुश्रवण राज्य परियोजना कार्यालय, लखनऊ एवं सीमैट प्रयागराज के विशेषज्ञों / अधिकारियों द्वारा ICT निम्नवत हैं /ऑनलाईन माध्यम से किया जायेगा। तत्सम्बन्धी निर्देश

बीआरसी के प्रत्येक प्रशिक्षण हॉल में एक हाई रिसोल्यूशन वेब कैमरा जो कि कंप्यूटर / लैपटॉप सिस्टम से जुड़ा हो, प्रशिक्षण कक्ष के पीछे की दीवार पर लगा होना चाहिए, जिससे कि प्रशिक्षण कक्ष की समस्त गतिविधियां स्पष्ट रूप से देखी जा सकें।

● प्रशिक्षण कक्ष में संदर्भदाताओं द्वारा माइक साउंड सिस्टम / ब्लूटूथ कॉलर माइक (जो कि कंप्यूटर / लैपटॉप से जुड़ा हो) का प्रयोग किया जाये, जिससे कि संदर्भदाता की आवाज अनुश्रवणकर्ता तक पहुँच

सके। राज्य स्तर से ऑनलाईन अनुश्रवण सुनिश्चित करने के लिये बी०आर०सी०/ प्रशिक्षण हॉल में हाई स्पीड नेट

कनेक्टिविटी की सुविधा अनिवार्य रूप से उपलब्ध हो। ऑनलाईन अनुश्रवण के लिये बीआरसी द्वारा प्रत्येक प्रशिक्षण कक्ष के लिये प्रशिक्षण लिंक जनरेट किया जाये। यह प्रशिक्षण लिंक प्रत्येक बैच के लिये एक ही होगा। उक्त प्रशिक्षण लिंक को राज्य परियोजना कार्यालय, लखनऊ एवं सीमैट प्रयागराज को इमेल - siemat@rediffmail-com पर एवं ह्वाट्सएप के माध्यम से प्रशिक्षण प्रारम्भ होने के दो दिवस पूर्व प्रेषित किया जाये।

जनपद स्तर से अनुश्रवण

• ब्लॉक संसाधन केन्द्र पर संचालित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अनुश्रवण किया जाये। प्रशिक्षण में दिशानिर्देश के विपरित कमियां एवं शिक्षकों की अनुपस्थिति की दशा में खण्ड शिक्षा अधिकारी के विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही अमल में लायी जाये। मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक द्वारा मण्डल के प्रत्येक जनपद के कम से कम तीन विकास खण्ड तथा

प्राचार्य डायट एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जनपद के सभी विकास खण्डों में संचालित शिक्षक

प्रशिक्षण का अनुश्रवण किया जाये। राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा प्रेषित दिशानिर्देश के कम में यदि

प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की अनियमितता अथवा शिक्षक अनुपस्थित मिलते हैं तो खण्ड शिक्षा

•अधिकारी का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए राज्य परियोजना कार्यालय को अविलम्ब आख्या प्रस्तुत की

जाये।

जनपद में संदर्भदाता / शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का गुणवत्तापरक संचालन प्राचार्य डायट, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी का व्यक्तिगत उत्तरदायित्व होगा। ● बी०आर०सी० पर संचालित शिक्षक प्रशिक्षण के फोटोग्राफ सहित विस्तृत आख्या (प्रशिक्षण समाप्ति के एक सप्ताह के अन्दर ) जिला परियोजना कार्यालय को प्रेषित की जाये तथा जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) द्वारा सभी विकासखण्डों की संकलित एवं सारगर्भित आख्या राज्य परियोजना कार्यालय को पी०डी०एफ० रूप में प्रेषित की जाये।

वित्तीय निर्देश

चार दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण हेतु प्रति प्रतिभागी प्रतिदिन रू0 170.00 की दर से धनराशि की स्वीकृति प्रदान की जा रही है, जिसमें रू0 150.00 दोपहर का भोजन, स्नैक्स के साथ दो बार चाय एवं रू0 20.00 प्रतिभागियों के लिये पेन एवं कॉपी / पैड तथा प्रशिक्षण हेतु स्टेशनरी (चार्ट पेपर, मार्कर, टेप इत्यादि) के लिये व्यय किया जाये।

डायट स्तर पर संदर्भदाताओं के प्रशिक्षण हेतु प्रति प्रतिभागी प्रतिदिन रू० 200.00 की दर से धनराशि की स्वीकृति प्रदान की जा रही है, जिसमें रू0 170.00 दोपहर का भोजन, स्नैक्स के साथ दो बार चाय एवं रू० 30.00 प्रतिभागियों के लिये पेन एवं कॉपी / पैड तथा प्रशिक्षण हेतु स्टेशनरी (चार्ट पेपर, मार्कर, टेप इत्यादि) एवं रू0 100.00 प्रति संदर्भदाता के लिये प्रशिक्षण मॉडयूल की फोटोकापी हेतु व्यय किया जाये।

वार्षिक कार्ययोजना एवं बजट 2022-23 में बी०आर०सी० पर उक्त शिक्षक प्रशिक्षण के संचालन हेतु स्वीकृत धनराशि रू0 3067.7192 लाख की लिमिट संलग्न तालिकानुसार (संलग्नक- 1) जनपदों को जारी की जा रही है।

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